पी.जी. कॉलेज छिंदवाड़ा के सभागार में राष्ट्रीय संविधान दिवस के अंतर्गत आयोजित हुआ व्याख्यान कार्यक्रम
म.प्र.जन अभियान परिषद द्वारा गत दिवस राष्ट्रीय संविधान दिवस के अवसर पर व्याख्यान कार्यक्रम पी.जी. कॉलेज छिंदवाड़ा के सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप सतपुड़ा लॉ कॉलेज के प्राध्यापक, केंद्रीय संचार ब्यूरो के प्रमुख प्रजापति म.प्र.जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक सहित बीएसडब्ल्यू, एमएसडब्ल्यू के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
म.प्र.जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक ने जन अभियान परिषद द्वारा आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए कहा कि भारत विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में उभरा है। विश्व में सबसे मजबूत देश का संविधान है। मुख्य वक्ता ने कहा कि हम भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके सभी नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली है।
तारीख 26 नवंबर 1949 ई.को एतद् द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और समर्पित करते हैं कहा कि 26 नवंबर 1949 को संविधान भवन के इसी सेंट्रल हॉल में, संविधान सभा के सदस्यों ने भारत के संविधान का ड्राफ्ट बनाने का काम पूरा किया था। उसी साल इस दिन, हम भारत के लोगों ने अपना संविधान अपनाया था। आजादी के बाद, संविधान सभा ने भारत की अंतरिम संसद के तौर पर भी काम किया। ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर हमारे संविधान के प्रमुख थे। कार्यक्रम में परामर्शदाता ने संविधान की ख़ुबसूरती एक मधुर गीत से व्यक्त की । कार्यक्रम का संचालन परामर्शदाता ने करते हुए भारत के संविधान को सभी के लिए न्याय संगत संविधान बताया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन ने किया। कार्यक्रम में शॉल श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया गया।
