सिधौली सरपंच से कथित पत्रकार फरमान ने मांगे दस हजार
छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी अंचल तामिया ब्लाक की ग्राम पंचायत सिधौली की सरपंच संतोषी बट्टी ने छिंदी निवासी कथित पत्रकार फरमान खान पर जबरन पैसे मांगने का आरोप लगाया है एवं सम्बंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए तामिया पुलिस थाना प्रभारी को आज ही आवेदन दिया है उन्होंने अपने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि फरमान खान नामक व्यक्ति उन्हें जातिसूचक शब्द भी कहता है सरपंच का कहना है कि फरमान उन्हें आदिवासी हो तुम क्या कर लोगे ,तुमको में देख लूंगा तुम दस हजार दो नहीं तो पेपर में कुछ भी छाप देंगे ,सरपंच का कहना है कि सीएम हेल्पलाइन में भी फरमान फर्जी शिकायत करने का आदतन व्यक्ति है ……
सरपंच ने बताया अपनी जान को खतरा फरमान खान से है ,बहरहाल आगे देखना होगा कि तामिया पुलिस इस मामले में आगे क्या क्या कार्यवाही करती है
फरमान पर पहले भी सचिव ने दर्ज करा चुके है प्रकरण एस सी ,एस टी एक्ट
जी हाँ फरमान आदतन अपराधी है ब्लेकमेलिंग का काम लगातार करते आ रहा है छिंदी के अलावा आसपास के ग्राम पंचायतों के सचिव सरपंच शिक्षक फरमान के ब्लेकमेलिंग से परेशान है सूत्रों ने तो यह भी बताया कि फरमान ग्राम कोटवारों को तक नहीं छोड़ता उनसे भी वसूली कर लेता है वह उन्हें धमकाता है कि तुमने फौती गलत दर्ज किये हो तुमको हटवा दूंगा करके बेचारे कोटवारों को भी शिकार बना रहा है
पत्रकारिता का गिरता ग्राफ ……
इस तरह कि टुच्ची करतूत के कारण लगातार पत्रकारिता का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है,अमरवाड़ा ब्लाक में तो आलम यह है कि कुछ गैंगरेप के सजायाफ्ता मुजरिम भी पत्रकारिता का चोला ओढ़कर ब्लेकमेलिंग का काम कर रहे जिनके खिलाफ भी जल्द उबाल देखने को मिलेगा ,पत्रकारिता को इस प्रकार के अनपढ़ लोगों ने कलंकित करने का काम किया है अब जबकि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है जिसके ख़बरें दिखाने को लेकर समाज का आइना भी कहा जाता है , लेकिन ख़बरों में सुचिता और शुद्धता का पैमाना होन चाहिए
