बावड़ियों की साफ-सफाई एवं जल स्रोतों के स्वच्छता अभियान में जन अभियान परिषद अग्रणी-कॉलेज प्राचार्य डॉ.शर्मा
जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जिले में किए जा रहे जल संरक्षण के प्रयासों में म.प्र.जन अभियान परिषद अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इसी श्रंखला में गत दिवस रविवार को शासकीय पी.जी. कॉलेज में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मुख्य अतिथि के रूप मे कॉलेज के प्राचार्य डॉ.वाय.के.शर्मा, म.प्र.जन अभियान के जिला समन्वयक श्री अखिलेश जैन, पर्यावरण विद समाजसेवी श्री विनोद तिवारी के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ । कार्यक्रम में म.प्र.जन अभियान परिषद के परामर्शदाता श्रीमती लता नागले, श्रीमती तृप्ति सिंह, श्री जय प्रकाश सूर्यवंशी, श्री आशीष साहू सहित मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के अंर्तगत बीएसडब्ल्यू व एमएसडब्ल्यू के स्टूडेंट, समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, जन अभियान परिषद की नवांकुर एवं प्रस्फुटन समितियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ.शर्मा ने कहा कि सीएमसीएलडी के विद्यार्थियों ने अपने प्रयोग शाला ग्रामों में समाज सेवा कार्य में बहुत ही सराहनीय योगदान दिया है। इसमें जल गंगा संवर्धन अभियान अविस्मरणीय बनाया है। उन्होंने सभी को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई और इस पहल को जन-जन तक पहुंचने की अपील की। जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री अखिलेश जैन ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के आव्हान पर पूरे मध्यप्रदेश में 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल स्रोतों की सफाई श्रमदान से जल स्वच्छता कार्यक्रम सहित तालाब, नदी नाले सहित जल स्रोतों में पुरानी बावड़ियों की साफ-सफाई, जल निकासी का कार्य एवं स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। इसी श्रंखला में भी जिले के कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के कुशल मार्गदर्शन में संपूर्ण जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान जन अभियान परिषद के द्वारा पूरे जोश के साथ चलाया जा रहा है। सभी स्टूडेंट एवं समाजसेवीयों को पी.जी.कॉलेज के प्राचार्य डॉ.शर्मा द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण के प्रभावी उपाय बताए गए। साथ ही उन्होंने सभी जन अभियान परिषद की पूरी टीम की जिस तरह से इस कार्य की प्रशंसा की हम जन अभियान परिषद की ओर से आपका आत्मीय धन्यवाद ज्ञापित करते है। कार्यक्रम में पर्यावरण विद राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त श्री विनोद तिवारी ने कहा कि अपनी छोटी-छोटी आदतों में जल संरक्षण के प्रयास करना चाहिए। हमें शुरुआत इस कार्य की अपने घर से ही करना चाहिए, जहां कहीं सार्वजनिक रूप से हमें नलों से बहता हुआ पानी दिखे तुरंत उसे बंद करना चाहिए। हमारी छोटी-छोटी पहल जल संरक्षण के लिये अच्छा संदेश देगा । आइए जल संरक्षण एवं संवर्धन में अपना योगदान दें और औरों को भी इसके लिये प्रेरित करें। कार्यक्रम के अंत में सभी के प्रति आभार परामर्शदाता श्रीमती लता नागले ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्री जयप्रकाश सूर्यवंशी ने किया।