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मध्य प्रदेश कृषि विभाग के अधिकारी हड़ताल पर रहे

22 अप्रैल 2025, भोपाल: मध्य प्रदेश कृषि विभाग के अधिकारी हड़ताल पर – मध्य प्रदेश के कृषि अधिकारी प्रमोशन, समयमान वेतनमान, पांच स्तरीय वेतनमान का लाभ एवं उच्च पद प्रभार की मांग को लेकर आंदोलन पर है। इसी कड़ी में आज 22 अप्रैल को सामूहिक अवकाश पर रहकर अधिकारियों- कर्मचारियों ने संयुक्त कृषि मोर्चा के तहत राजधानी में कृषि संचालनालय विंध्याचल भवन के समक्ष जंगी प्रदर्शन किया। इसके पूर्व 21 अप्रैल को कलमबंद हड़ताल की थी। ज्ञातव्य है कि अपनी मांगों के समर्थन में कृषि अधिकारी गत 9 अप्रैल से 30 अप्रैल तक लगातार काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे हैं। 30 अप्रैल तक शासन की ओर से कार्यवाई नहीं होने पर आंदोलन उग्र रूप धारण करेगा। यह चेतावनी संघों के प्रांताध्यक्षों ने दी है।

मध्य प्रदेश कृषि अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ. अजय कौशल एवं सहायक संचालक कृषि संघ के प्रांताध्यक्ष श्री फूल सिंह मालवीय ने बताया कि कल 23 अप्रैल को प्रदेश के समस्त जिलों में कृषि अधिकारी-कर्मचारी मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपेगे। इसके पश्चात आगे की रणनीति तय की जाएगी।

संघ पदाधिकारियों ने शासन से मांग की है कि कृषि जैसे तकनीकी विभाग में तकनीकी संचालक होना चाहिए न कि आईएएस। उनका कहना है कि वर्षों से कार्यरत अधिकारियों की पदोन्नति नहीं हो रही है और चहेतों को संविदा नियुक्ति पर रखकर उपकृत किया जा रहा है। जबकि कई अधिकारी बिना प्रमोशन के सेवानिवृत्त हो गए। अधिकारियों का कहना है नियमानुसार अधिकारियों-कर्मचारियों का समयमान वेतनमान भी नहीं दिया गया है और न ही 5 स्तरीय वेतनमान का लाभ। इस कारण अधिकारियों में असंतोष व्याप्त है।

ज्ञातव्य है कि प्रदेश में विगत 8-9 वर्षों से पदोन्नति पर रोक लगी हुई है। लगभग 1 लाख अधिकारी-कर्मचारी बिना प्रमोशन के रिटायर हो गए हैं। मामला कोर्ट में है। दायर याचिका के तहत कोर्ट से आए फैसले के मद्देनजर कुछ विभागों में पदोन्नतियां दी गई हैं इसे ही आधार मानकर कृषि अधिकारी पदोन्नति की मांग कर रहे हैं परन्तु शासन अनुकूल निर्णय नहीं ले रहा है।
सरकार की ओल्ड पेंशन स्किम लागु करने की जरुरत महसूस हो रही है

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