भोपाल । विगत दिनों मध्यप्रदेश में सम्पन्न हुए नगरीय निकाय चुनावों के बाद गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश महासचिव सतीश कुमार ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर आयोग के पदाधिकारियों से चुनाव प्रचार कराने का आरोप लगाया है ।

पांढुर्ना में चुनाव प्रचार करते हुए गौरीशंकर बिसेन

ज्ञात होवे कि कांग्रेस शासनकाल में छिंदवाड़ा निवासी गुरुचरण खरे को अनुसूचित जाति आयोग मध्यप्रदेश का सदस्य नियुक्त किया गया था जिन्हें राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त है ,इसी प्रकार से भाजपा की सरकार के समय बालाघाट विधायक और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन को पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था जिन्हें भी केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त है ।

दमुआ नगर पालिका चुनाव प्रचार के दौरान कमलनाथ के साथ में बैठे हुए अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य

गोंगपा नेता ने कमलनाथ और शिवराज सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन sc और obc आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों का काम उस वर्ग के लिए कल्याण करना चाहिए उनसे चुनाव प्रचार करवा रहे हैं ,जबकि आयोग का पदाधिकारी एक गैर राजनीतिक पद होता है इन्होने पद की गरिमा को तार तार कर दिया है ।

ऐसा लगता है कि कानून व्यवस्था की स्थिति व्यवस्था चरमरा गई है ,इसके पीछे कांग्रेस भजपा दोनों का ही हाथ है ।

श्री सतीश कुमार ने आगे कहा कि इन्हें संवैधानिक पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि आयोग की गरिमा बनी रहे ,और संविधान की आत्मा को ठेस न पहुंचे