निलम्बन की कगार पर निलेश रघुवंशी!
खरगोन जिला के भुतपूर्व विवादास्पद सहायक आयुक्त नीलेश रघुवंशी लगभग नौकरी से निलंबित होने की कगार पर है, आदिम जाति कल्याण विभाग से जुड़े भोपाल के सुत्रो से पता चला है.
आदिवासी बाहुल्य खरगोन जिले में अपने कार्यकाल के दौरान रघुवंशी ने विभाग को पूरी तरह से बिचोलियो के हाथो में सौप रखा था. बताया जाता है की जुलाई 2017 में जिले के छात्रावास अधिक्षको के स्थानान्तरण कराये जाने के ऐवज में रघुवंशी ने जमकर धाँधली की थी, जिसकी स्थानीय पत्रकार ने भोपाल तक समस्त दस्तावेज सहित की थी. इस पर कार्यवाही करते हुए बाद में रघुवंशी का स्थानान्तरण जबलपुर कर दिया गया था. हांलाकि रघुवंशी ने आज तारीख़ तक भी अपनी नई पोस्टिन्ग वाली जगह पर ज्वाईन नही किया है.
इस बारे में जब जनजातीय कार्य विभाग की आयुक्त दिपाली रस्तोगी और सहायक संचालक बी पी सिंह से बात की गई तो उन्होने बताया कि बिना किसी जानकारी के छह माह तक नौकरी से गायब रहने और शिकायतो के चलते विभाग ने नीलेश रघुवंशी के निलम्बन की फ़ाईल विभाग/सरकार को भेज दी है.
इस बात से तो अंदाजा यही लगाया जा सकता है की, क्या इस अधिकारी ने इतना अकूत धन तो नहीं कमा लिया की नौकरी तक ज्वाइन करना उचित नहीं समझा बहरहाल अब इस मामले सरकार क्या कार्यवाही करती है