छिंदवाड़ा से सतीश नागवंशी की रिपोर्ट…………
छिंदवाड़ा रविवार, सोमवार के दो दिवसीय छिंदवाड़ा दौरे उप मध्यप्रदेश सरकार के आदिमजाति कल्याण मंत्री लाल सिह आर्य से मिलने पाताल कोट से भारिया जनजाति के लोग आये हुए थे, जो स्थानीय सर्किट हाउस में मंत्री जी से मिलने पहुंचे हुए थे, उनका कहना था की जब हम जिला मुख्यालय के सहायक आयुक्त कार्यालय जब भी कोई काम से जाते है, तो यहा पदस्थ सहायक आयुक्त शिल्पा जैन इन आदिवासियों को भगा देती की जाओ की तुमसे कोई बात नहीं करना करके चपराशि को बोलती है इनको बहार भगाओ आखिर सवाल उठता है, की अगर सहायक आयुक्त ऐसा व्यवहार आदिवासियों के साथ करती है, तो आदिवासियों के विकास के विभाग में बैठने का कोई औचित्य नहीं रह जाता, ऐसी ही कुछ शिकायत इस विभाग के शिक्षको ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की हमे भी मेडम दलित होने के कारण अभद्र व्यवहार करती है, और कहती है की बहार निकलो तुमसे पसीने की बदबू आती है, इस कारण यह दलित और आदिवासी बर्ग के शिक्षक / अधिक्षक अपनी समस्या लेकर या विभागीय कार्यो से सहायक आयुक्त मेडम के पास जाना ही भूल गए है ?
अगर इसी प्रकार से चलता रहा तो आदिवासी वर्ग के संगठन और दलित समाज सहायक आयुक्त के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी में है! वरिष्ठ आदिवासी चिंतक और विरसा विर्गेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस बारे में कहा की जिला आदिवासियों का कहने को जरूर है लेकिन आदिवासियों की दशा दिनों दिन बद से बत्त्तर होती जा रही है ! और आदिवासियों के विकास के नाम पर अधिकारी और नेता लोगो का विकास हो रहा है?