बताया जा रहा है कि इस्लामिक स्टडीज़ डिपार्टमेंट के चैयरमैन ने जो प्रस्ताव तैयार किया है, उसके तहत एक नया कोर्स शुरू किया जाएगा, जिसमें सनातन धर्म के बारे में पढ़ाया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से बड़ी खबर यह आ रही है कि अब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को सनातन धर्म की शिक्षा दी जाएगी. इसको लेकर यूनिवर्सिटी के इस्लामिक स्टडीज़ डिपार्टमेंट के चैयरमैन ने अधिकारियों प्रस्ताव भी भे दिया है. इस प्रस्ताव में लिखा गया है कि छात्रों को सनातन धर्म की शिक्षा दी जाए. प्रस्ताव के तहत बताया जा रहा है कि ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के विद्यार्थियों को यह पढ़ाई कराई जाएगी और सिर्फ सनातन ही नहीं, बल्कि बाकी धर्मों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी.
शताब्दी समारोह में पीएम ने की थी सराहना
गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी दिवस समारोह के दौरान एक वर्चुअल समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें चीफ गेस्ट के तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शिरकत की थी. इस दौरान, प्रधानमंत्री ने इस्लामिक स्टडीज़ विभाग की सराहना भी की थी. अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि विदेशी छात्रों को भी हमारे देश की संस्कृति के बारे में बताया जाएगा. इसके बाद यूनिवर्सिटी के टीचिंग स्टाफ ने बताया था कि एएमयू पहले से ही यह काम कर रहा है और आगे भी करेगा.

अगले सत्र से शुरू हो जाएगा यह कोर्स
अब इसी के साथ एएमयू के इस्लामिक स्टडीज़ डिपार्टमेंट ने फैसला लिया है कि स्टूडेंट्स के लिए नया कोर्स शुरू किया जाएगा, जिसे कम्प्रेटिव रिलीजन नाम दिया गया है. यह अगले सेश

न से शुरू भी कर दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत बच्चों को सनातन धर्म की शिक्षा दी जाएगी. इसके अलावा, स्टूडेंट्स को और भी कई धर्मों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी.

पाकिस्तानी और मिस्र लेखकों की किताबों पर लगा बैन
मालूम हो, कुछ दिन पहले ही एएमयू मैनेजमेंट ने इस्लामिक स्टडीज़ विभाग में पढ़ाई जाने वाली किताबों में से पाकिस्तान और इजिप्ट राइटर्स द्वारा लिखी गईं किताबों को बैन कर दिया है. इन किताबों से एमए और बीए के स्टूडेंट्स पढ़ते थे.